कार्तिक मास: कोंकणींत वैदिक आनी भक्ती साहित्य

कार्तिक मास खातीर हो संग्रह कोंकणींत वैदिक गिन्यानाचो सार वांटपाक समर्पित आसा। वेद, रामायण, आनी भगवद् गीता सारकिल्या खोल शास्त्रांभितर देंवात। ह्या शुभ वेळार जप करपाक बळिश्ट स्तोत्रां आनी पवित्र मंत्र सोदात। आमचें ध्येय हो आध्यात्मिक दायज दर एका भक्ताक, विद्वानाक आनी सोद करप्याक तांच्या भितरल्या शांती आनी गिन्यानाच्या मार्गार उपलब्ध करून दिवप।

कार्तिक मास

श्री रुद्रं लघुन्यासम् श्री रुद्रं नमकम् श्री रुद्रं - चमकप्रश्नः नक्षत्र सूक्तम् (नक्षत्रेष्टि) मन्यु सूक्तम् शिव पंचामृत स्नानाभिषेकम् श्री महान्यासम् शिवोपासन मंत्राः शिवसंकल्पोपनिषत् (शिव संकल्पमस्तु) शिवाष्टकम् चंद्रशेखराष्टकम् काशी विश्वनाथाष्टकम् लिंगाष्टकम् बिल्वाष्टकम् कालभैरवाष्टकम् शिव महिम्ना स्तोत्रम् शिव मंगलाष्टकम् श्री मल्लिकार्जुन मंगलाशासनम् शिव षडक्षरी स्तोत्रम् दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्रम् महामृत्युंजयस्तोत्रम् (रुद्रं पशुपतिम्) द्वादशज्योतिर्लिंगस्तोत्रम् वैद्यनाथाष्टकम् श्री शिव आरती नटराज स्तोत्रं (पतंजलि कृतम्) श्री शिव चालीसा श्री सांब सदाशिव अक्षरमाला स्तोत्रम् (मातृक वर्णमालिका स्तोत्रम्) शत रुद्रीयम् शरभेशाष्टकम् श्री श्रीशैल मल्लिकार्जुन सुप्रभातम् पार्वती वल्लभ अष्टकम् श्री वीरभद्राष्टोत्तर शत नामावलिः अरुणाचल अष्टकम् अरुणाचल अक्षर मणि माला स्तोत्रम् पशुपत्यष्टकम् श्रीशैल रगड (तॆलुगु) श्री शिव दंडकम् (तॆलुगु) श्री काल भैरव स्तोत्रम् श्री महा कालभैरव कवचं श्री बटुक भैरव कवचं श्री बटुक भैरव अष्टोत्तर शत नामावलि श्री काशी विश्वनाथ सुप्राभातम्