सूर्य भगवान हांकां समर्पित दिव्य साहित्य

भक्तिग्रंथ हिंदू धर्मांतल्या सगळ्यांत पूज्य देवतां मदल्या एका, सूर्य भगवान हांकां समर्पित भक्ति कार्यांचो एक पवित्र संग्रह पेस करता। सूर्य भगवान हांचे दिव्य गूण, शक्त, आनी करूणा वाखाणपी स्तोत्रां, मंत्र, आनी वैदिक शास्त्रांची वळय सोदात। दरेक श्लोक खोल आध्यात्मिक अर्थ आनी भक्ति दाखयता, जो सोद करप्यांक दिव्य चेतना आनी भितरल्या शांती कडेन मार्गदर्शन करता। ह्या कोंकणी-अणकारीत शास्त्रां वरवीं सूर्य भगवान हांच्यो शाश्वत शिकवण्यो आनी अलौकिक सोबीतकाय अणभवात।

सूर्य भगवान

अरुणप्रश्नः चाक्षुषोपनिषद् (चक्षुष्मती विद्या) श्री सूर्योपनिषद् सूर्याष्टकम् आदित्य हृदयम् सूर्य कवचम् श्री सूर्य नमस्कार मंत्रम् द्वादश आर्य स्तुति द्वादश आदित्य ध्यान श्लोकाः सूर्य मंडल स्तोत्रम् आदित्य कवचम् द्वादश आदित्य ध्यान श्लोकाः श्री सूर्य पंजर स्तोत्रम् सूर्य सूक्तम् महा सौर मंत्रम् श्री सूर्य शतकम् श्री आदित्य (सूर्य) द्वादश नाम स्तोत्रम् श्री दिवाकर पंचकम् श्री मार्तांड स्तोत्रम् सूर्य ग्रहण शांति परिहार श्लोकाः तृचा कल्प सूर्य नमस्कार क्रमः सूर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम् सूर्य अष्टोत्तर शत नामावलि सूर्य सहस्र नाम स्तोत्रम् सूर्य सहस्र नामावलि रवि ग्रह पंचरत्न स्तोत्रम्